Rajasthan School Uniform Payment: राजस्थान सरकार की ओर से शिक्षा क्षेत्र के 6 महीने बीच आने के बाद राज्य सरकार द्वारा स्कूल बैग और यूनिफार्म के लिए बजट तैयार कर दिया गया है सरकार के द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की विद्यार्थियों को स्कूल बैग और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए प्रत्येक स्टूडेंट एक ₹1000 देने की घोषणा बजट 2024 में की थी उसके बाद अब सरकार द्वारा एक घोषणा धरातल पर लाने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं।

राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म या बैक के लिए 800 ₹800 प्रति स्टूडेंट देने का बजट बना दिया गया है और जल्द ही अब विद्यार्थियों को निराश्रित प्रदान की जाएगी
राज्य सरकार की ओर से विद्यार्थियों को 800-800 की राशि विद्यालय स्तर पर प्रदान की जाएगी जो विद्यार्थी के या उसके अभिभावकों के सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होगी।
कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थीओ को मिलेगा लाभ:
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के विद्यार्थी स्कूल में हीन भावना से ग्रस्त न हो, तथा उन्हें भी शिक्षा के लिए आवश्यक स्कूल, बैग, किताब तथा यूनिफॉर्म उपलब्ध हो सके। इसके लिए राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से 8वीं तक के समस्त विद्यार्थियों तथा कक्षा 9 से 12वीं तक की छात्राओं को अगले वर्ष प्रति विद्यार्थी एक हजार रुपए की सहायता दी जाएगी।
इस संबंध वित्त विभाग ने बालक बालिकाओं को यूनिफॉर्म (सिलाई सहित) एवं स्कूल बैग के लिए सहायता राशि के रूप में 800 रुपए स्वीकृत किए गए है। इसमें किताबों का खर्च शामिल नहीं है।
एडीपीसी योगेश पारीक ने बताया कि राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8 तक के समस्त विद्यार्थियों एवं कक्षा 9 से 12 की छात्राओं को यूनीफार्म (सिलाई सहित) एवं स्कूल बैग हेतु सहायता राशि रुपये 800 प्रति विद्यार्थी डीबीटी किये जाने की सहमति प्रदान की है।
Rajasthan School Uniform Payment:
राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8 तक समस्त विद्यार्थियों एवं कक्षा 9 से 12 की छात्राओं को यूनीफार्म सिलाई सहित एवं स्कूल्व बैग हेतु सहायता राशि रुपये 800 प्रति विद्याथी को डीबीटी शीघ्र ही विद्यार्थियों के जनाधार अधिप्रमाणित लिंग बैंक खाते में की जायेगी।
इस हेतु विद्यार्थियों के जनाधार शाला दर्पण पोर्टल पर अधिप्रमाणित करवाना जाना अनिवार्य होता है। इसके चलते जिले के सभी सीबीईओ को निर्देश दिये कि ब्लॉक के अधीनस्थ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर जनाधार से वंचित विद्यार्थियों को जनाधार बनाने के लिये प्रेरित करते हुए समस्त विद्यार्थियों के शत-प्रतिशत जनाधार शाला दर्पण पोर्टल पर अधिप्रमाणित करवाया जाकर डीबीटी किये जाने की आवश्यक तैयारी किया जाना सुनिश्चित करें।